जिनकी पकड़ अच्छी है वे तो बहुत तरीकों से अच्छा पैसा कमा सकते हैं। यहाँ पर सीधे साधे और कम चिंता करने वाले लोगों के लिए कुछ जानकारी दी जा रही है। सीधी सी बात है, अपने पास में रखा हुआ धन ही सबसे सुलभ एवं सुरक्षित है यदि आप उसे संभाल सकें। आपने अफ़गानिस्तान को तो देख ही लिया है। बड़े से बड़े लोग बैंकों के बंद होने से भूखों तड़पने के लिए मजबूर हो गए। एक प्लेट चावल 7500 रुपए में मिल रहा था। आज समझ में आ गया सबको अपने पुरनियों की वह बात जिसमें वी अपने पास रखे हुये धन को ही धन कहते थे। उनका कहना था, ‘मुर्री क धन, धन होला’
संस्कृत का सुभाषित है,
पुस्तकस्था तु या विद्या ,परहस्तगतं च धनम् | कार्यकाले समुत्तपन्ने न सा विद्या न तद् धनम् ||
अर्थात, पुस्तक में पड़ा ज्ञान जो हमें याद नहीं है और दूसरे के हाथ में दिया गया धन हमारे जरूरत पर कभी काम नहीं आ सकता है।

घर में ज्यादा धन रखना सुरक्षा के दृष्टि से भी ठीक नहीं है। साथ ही उस पर ब्याज न मिलने से वह बढ़ता भी नहीं है।

आम जनता बैंक में धन रखना चाहती है इसलिए आइये हम बैंक में रखे धन से और जगहों पर रखे धन की तुलना करें-
हम निम्नलिखित जगहों से तुलना करेंगे; आप अपने इच्छित पृष्ठ पर सीधे जा सकते हैं –
- लोगों के यहाँ
- पब्लिक एवं प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के फ़िक्स्ड डिपॉज़िट
- शेयर व डिबेंचर्स
- यूनिट ट्रस्ट ऑफ इण्डिया
- म्यूचुअल फुण्ड्स
- पोस्ट ऑफिस
- पीपीएफ
- रियल एस्टेट
- सोना या अन्य प्रीसियस मेटल्स
- प्लांटेशन स्कीम