स्वर्नभारत / स्वर्णभारत योजना

भारत सरकार की स्वर्नभारत / स्वर्णभारत योजना

एक समय था जब भारत को लोग सोने की चिड़िया’ कह कर पुकारते थे।

यद्यपि इस तरह की गौरवशाली मान्यता के लिए कई कारकों का योगदान था; क्योंकि हमारे पास समृद्ध संस्कृति,  शिक्षण के लिए व्यवस्थित ग्रंथ, दुनिया भर के विद्वानों को आकर्षित करने लायक बड़ा शैक्षिक नेटवर्क आदि था। इस तरह के अनेकानेक कारकों के अलावा भी भारत सचमुच में भी समृद्ध था। लगभग १६०० ईस्वी में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी १३०५ अमेरिकी डॉलर थी, जो उस समय अमेरिका, जापान, चीन और ब्रिटेन से अधिक थी। अंग्रेजों के आगमन के पहले भारत विश्वप्रसिद्ध निर्यातक देश था।

कहा जाता है कि राम के शासनकाल में कोई भी गरीब नहीं था और बाजार में कुछ भी बिकता नहीं था, पर मिलता सबकुछ था। बिना किसी मूल्य के ही सब कुछ सभी के लिए उपलब्ध था। लोग अपने हुनर को बनाये रखने के लिये काम करते थे।  आइए सबूत देखते हैं:

छं0-बाजार रुचिर न बनइ बरनत बस्तु बिनु गथ पाइए। (रेखांकित किए गए शब्दों का मतलब है कि कुछ भी भुगतान नहीं करना हुता था)

जहँ भूप रमानिवास तहँ की संपदा किमि गाइए।।
बैठे बजाज सराफ बनिक अनेक मनहुँ कुबेर ते।
सब सुखी सब सच्चरित सुंदर नारि नर सिसु जरठ जे।। (27/9 मानस/उत्तरकाण्ड)

यह भी ध्यान देने योग्य है:

नहिं दरिद्र कोउ दुखी न दीना। नहिं कोउ अबुध न लच्छन हीना।।  (20/6 मानस/उत्तरकाण्ड)

      आप आज भी दक्षिण भारतीय मंदिरों में अपार संपत्ति देख सकते हैं।वैसी ही स्थिति सम्पूर्ण भारतवर्ष में थी।  दक्षिण भारतीय मंदिरों में उत्तर भारतीय मंदिरों की तुलना में उतनी लूट नहीं हुयी है इसलिए वह वैभव प्रकट है जबकि उत्तर में लुप्त।  

वर्तमान सरकार हम भारतीयों की नाक को ऊँचा उठाने के लिए एक बार फिर कटिबद्ध हो गई है। विभिन्न प्रयासों के बीच, सरकार ने हम भारतीयों के घरों में रखे सोने के संबंध में कुछ कदम उठाए हैं ताकि इसे समग्र राष्ट्रीय विकास की मुख्यधारा में लाया जा सके। इसी पहल को स्वर्णभारत नाम दिया गया है।

भारत में अनुमानित 20,000 टन सोना भारतीय घरों और संस्थानों के पास बेकार पड़ा है।

इसका उद्देश्य नागरिकों के पास पड़े सोने को अर्थव्यवस्था में लाना और सोने के आयात पर भारत की निर्भरता को कम करना है।  आइए हम उसी का अवलोकन करें। इस संदर्भ में ३ स्कीम हैं-

1. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (एसजीबी)

2. स्वर्ण मुद्रीकरण योजना

3. भारतीय सोने का सिक्का

 विषयों को छोटा करने के लिए हमने पोस्ट को 4 भागों में विभाजित किया है।

सम्बंधित विषय पर जाने के लिये कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें -……………

English version on page 2

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *